बुधवार, 22 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-102(Gurudev Ke Bhajan102)




दिल मेरा पुकारे बार बार , आजा सुनके पुकार मेरे बाबा 

इतने युगों से आँखे बिछाई मैने राह में तेरी 
कबसे पुकारू तुझे आने में बाबा तूने करदी देरी 
जल्दी से आजा इक बार 

रो  रो के बाबा मेरे नैना भी थककर अब है हारे 
आया हूँ आस लिए दर तेरे बाबा दोनों हाथ पसारे 
दर्श दिखादे इक बार 

दिल की तड़प और बढ़ती जाये मुझसे सही न जाये 
कबसे खड़ा हूँ मै भी आस लगाये दिल में याद छिपाए 
पूरा करना इकरार 


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