सोमवार, 27 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-146 (Gurudev Ke Bhajan146)




 सतगुरु प्यारे नू हाल सेवक दा कहणा 

याद आवे उस पल दी मैनु 
गुरु चरणा विच बहना 

मुक गया ऐथो दा  दाना पाणी 
उड गई पिंजरे चौ मैना 

संगी साथी मित्र प्यारे 
दूर पया सब तो रहणा 







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