मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-158 (Gurudev Ke Bhajan158)




दिल चाहे दर्श पाना बाबा जी पुकार सुनके 
इक बार चले आना 

दिल मेरा रो रहा है तुझे याद कर रहा है 
आ जाओ जल्दी बाबा तुम देर न लगाना 

दिल दे रहा सदायें लब पे है ये दुआएं 
फरियाद मेरी सुनना मंझधार से बचाना 

डूबा मेरा सफीना मश्किल हुआ है जीना 
नैया तेरे हवाले मुझे पार तुम लगाना 

सबके हो तुम सहारे हम बच्चे है तुम्हारे 
भूलों को माफ़ करके तुम गले हमें लगाना 


____________________________***_________________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें