गुरुवार, 30 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-171 (Gurudev Ke Bhajan171)




अब तो करदो दया मेरे बाबा तेरे दर पे सवाली खड़े है 
मन में लेके मुरादें है आये झोलियां लेके खाली पड़े है 

तूने कितनों की बिगड़ी बनाई तूने कितनों का भार उठाया 
तूने कितनों  की लाज बचाई तूने कितनों को पार लगाया 
खाली नही जायेगे हम तो सुनलो शरण तुम्हारी पड़े है 

भरते हो तुम हज़ारों के दामन बैठे है हम तो दामन बिछाए 
कभी होगी मेहर तो तुम्हारी कौन हमको ये धीरज बंधाये 
माफ़ करदो न गलती हमारी हाथ जोड़े हम कबसे खड़े है 

हमको एक भरोसा तुम्हारा दूजा जग में न कोई हमारा 
आज मिलके पुकारे है तुमको आके दे दो हमें अब सहारा 
डगमगाने लगी अब ये किश्ती हम तो तेरे सहारे पड़े है 

गर अब न सुनोगे हमारी जग में रुसवाई होगी तुम्हारी 
आये हम तो शरण में तिहारी लाज रखलो ऐ बाबा हमारी 
आज नैया मेरी पार करदो तूने लाखों ही पार करे है 

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