बुधवार, 15 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-58 (Gurudev Ke Bhajan-58)




चला आ चला आ  भक्ता यहाँ भाग खुले 

बाबा का ले सहारा , पा जायेगा किनारा ,
दुनिया से तू न डरना बेड़ा पार हो तुम्हारा 

इनकी तू करले पूजा ,इनके सिवा न दूजा 
झूठे है मीत सारे ,छोड़ आसरा तू दूजा 

मन में इन्हे बसा ले ,विषयों से मन हटाले 
जीवन को करदे अर्पण ,तुझको वो ही संभाले 

जो चाहे तू उबरना ,पापो से बचके रहना 
इनकी शरण में आके भव पार तू उतरना 



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