गुरुवार, 23 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-112 (Gurudev Ke Bhajan112)




आ जा मेरी तू बिगड़ी हुई बात बना दे , है कौन मेरा तुझ बिन दिल तुझको सदा दे 

नैया मेरी मंझधार में ही डूब रही है किसको पुकारू आज जो ये विपदा पड़ी है ,
आ जा मेरी नैया को किनारे पे लगा दे 

करलो सम्भाल मेरी ओ मेरे खिवैया है तू ही राम रहीम मेरा कृष्ण कन्हैया ,
आ जा मेरी तू बिगड़ी ये तकदीर बना दे 

किस्मत ने दी है ठोकरें आई तेरे द्वारे तेरे चरणों में गिरी हूँ तू दे दे सहारे ,
आ जा मेरे सोये हुए तू भाग्य जगा दे 

संसार है मोहजाल और काँटों ने है घेरा चौरासी के फंदे का बाबा काट दो घेरा ,
आ जा मुझे तू आज हर फंदे से छुड़ा दे 


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