रविवार, 31 मई 2015

माता की भेंट - 26


 तर्ज ---आजा रे  प्यार पुकारे 

माता जी भक्त पुकारे , आया है तेरे द्वारे 
कोई  नही है तेरे सिवा 

दर तेरे आया हूँ दाती 
मेरे भी गुनाहों को  दे माफ़ी 
सुनले पुकार, दे मुझको प्यार, जग सारा रुलाये माँ 

मैया न तू अब इंकार कर 
देके दर्शन बेड़ा तू पार कर 
तेरे सिवा दूजा न  मेरा , ग़मो का है घेरा माँ

 करले मेरी कबूल अरदास माँ 
दर्शन की मिटादे प्यास माँ 
सुन अर्ज माँ दास पुकारे ,शेरों वाली माँ 

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