शुक्रवार, 15 मई 2015

गुरुदेव के भजन-302 (Gurudev Ke Bhajan 302)



तर्ज ----मुहब्बत की झूठी कहानी 

तुझे छोड़कर बाबा किसको बुलाएं , हाल बेहाल है किसको सुनाए 

तुम न सुनोगे तो कौन सुनेगा ,तेरे बिना बाबा कैसे दुखड़ा मिटेगा 
मेरी आँखे आंसुओ से भीग  न जाएं तुझे छोड़कर बाबा किसको बुलाएं

शरण तेरी आये है सुनलो सदायें , तेरा दर छोड़के हम किस दर जाएं 
दर तेरे आये है न ठुकराए तुझे छोड़कर बाबा किसको बुलाएं

तुम्ही मेरी जिंदगी हो तुम्ही मेरी प्रीत हो ,जाने न इसके सिवा हम दुनिया की रीत को 
तेरे आसरे है हमें अपनाएं तुझे छोड़कर बाबा किसको बुलाएं

सारा जग छोड़ बाबा तेरे दर आये , इस दुनिया के है ठुकराये 
 ममता की छांव में हमको बिठाये तुझे छोड़कर बाबा किसको बुलाएं


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