शनिवार, 16 मई 2015

गुरुदेव के भजन 310 (Gurudev Ke Bhajan 310)



तर्ज ---दुनिया में ऐसा कहाँ 


तेरे दर आये बाबा खाली तू मोड़ न 
दे दे दीदार बाबा होर कुछ लोड न 


दीद दे प्यासे मेरे नैन विचारे 
बुआ खोलो बाबा तेरी दासी पुकारे 
तेरे बाजों बाबा मेरा दूजा कोई होर न 


मै गुनहगार बाबा दर तेरे आई 
श्रद्धा दे हन्जु तेरी भेंटा लियाई 
अरज सुणो मेरी हुंण करणा तू देर न 


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