रविवार, 31 मई 2015

माता की भेंट - 37

ओ मैया के चरणो तले ,  प्रेम की गंगा चले
रलमिल सारे , बोलो जयकारे , दुखड़े पल में टले


माँ शक्ति की महिमा भारी , दुर्जन हाथ मले ओ मैया के चरणो तले ,  प्रेम की गंगा चले

भवन मैया का सबसे न्यारा ,  ज्ञान की जोत जले ओ मैया के चरणो तले ,  प्रेम की गंगा चले

जो भी उसका नाम ध्याता ,  विपदा उसकी टले ओ मैया के चरणो तले ,  प्रेम की गंगा चले 

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