तर्ज ----क्या खूब लगती हो बड़ी
गुरुदेव दया करना मेरे मन में रहा करना
सिर पर तुम हाथ मेरे हरदम ही रखा करना
आना तुम बाबा तब तब ----हाँ तब तब
हम विपदा में तुमको पुकारे जब जब सिर पर तुम हाथ मेरे हरदम ही रखा करना
बाबा मुख से हम क्यों बोलें ----हाँ बोलें
जानो दिल की भेद ये हम क्यों खोले सिर पर तुम हाथ मेरे हरदम ही रखा करना
बाबा साथ में रहना हरदम ------हाँ हरदम
चरणो में तेरे निकले बाबा ये दम सिर पर तुम हाथ मेरे हरदम ही रखा करना
तेरे दर पे पापी डोले ---------------हाँ डोले
पागल मनवा बनके पपीहा बोले सिर पर तुम हाथ मेरे हरदम ही रखा करना
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