सारे अरमां मेरे खो गए दूर हमसे जो तुम हो गए
तुमने वादा किया पर निभाया नही
साथ मेरा भी क्या तुमको भाया नहीं
जाने क्यों तुम खफा हो गए
क्यों ये शिकवे गिले हो गए
दिल तो नाजुक ही था टूटना ही तो था
यूं इसे तोडना भी तो लाज़िम न था
दिल के अरमां मेरे सो गए
सपने वीरान से हो गए
दिल दुखाया मेरा न मनाया मुझे
मेरे नाजुक से दिल ने बुलाया तुझे
दिल के टुकड़े मेरे हो गए
रास्ते जो जुदा हो गए
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