मै ज़रा होश में आ लूँ तो तुम चले जाना
रास्ते में अभी तलक तो अँधेरा होगा
कभी इस अँधेरे का भी सवेरा होगा
राहों मे दीप जला लूँ तो तुम चले जाना
मेरी उनसे जो मुलाक़ात हुई खूब हुई
अरमां सीने में जगे बात बढ़ी खूब हुई
दिल की धड़कन को सम्भालूँ तो चले जाना
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