शुक्रवार, 29 अप्रैल 2016

कोई आता है

धीरे धीरे तू चल ठण्डी ठण्डी फुहार कोई आता है
यूँ न मचल आज मन थोड़ा कर  इंतज़ार --------------------- कोई आता है

 उसके आने की खुशबु हवाओं में है
उसकी आहट भी चंचल फिज़ाओ में है
आज करने दे मुझको भी थोड़ा सिंगार ------------------------ कोई आता है -

पहले उसको थोड़ा सा सताऊँगी मै
जब मनाएगा वो मान जाऊँगी मै
दिल पे रहता है ऐसे में कब इख्तेयार ------------------------- कोई आता है

आज आंचल को मेरे तुम लहराने दो
मुझको यादों में उसकी तुम खो जाने दो
आज बगिया में मेरे तो आई बहार ----------------------------- कोई आता है
@मीना गुलियानी

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