बुधवार, 6 अप्रैल 2016

कैसे बतलाएँ हम

अपना जीवन तो मैने तुझे सौंप दिया है
मिले प्यार तेरा - पाऊँ तेरा मै संग 
तुझसे कुछ और मैने तो माँगा नहीं 
तेरा साथ कभी भी  न छोड़ेंगे हम 

मेरे जीवन की तुझसे कहानी जुडी 
मेरे गीतों की माला है ये लड़ी 
तेरे सजदे में सर है झुकाए हुए 
कुछ तो करदो करम ---------------

तू ही सपना मेरा जिंदगानी है तू 
मेरी सौगात की हर निशानी है तू 
तुझे आँखों में सबसे छुपाए हुए 
यूँ ही फिरते है हम ------------------

तुम मिले जबसे हर सपना सुहाना लगे 
जीवन खुशियों भरा इक तराना लगे 
तेरी मुस्कान पर है फ़िदा आज भी 
कैसे बतलाएँ हम ----------------------
@मीना गुलियानी 

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