रविवार, 10 अप्रैल 2016

माता की भेंट ---------तर्ज- वादा न तोड़

दर पे बुला , सुन ले सदा 
मेरे नैना दीवाने तरसे माँ 

बरसों से तूने मेरी आस न पुजाई 
अर्ज सुनो मेरी आंबे महामाई 
हमपे मेहर की नज़रे करदो माँ 

भक्ति करूँ मै तेरी बन माँ सहाई 
एक बार दर पे बुलाले महामाई 
मुझको एक इशारा करदे माँ 

रो रो के मेरी मैया आँख भर आई 
तूने करी न अम्बे मेरी सुनाई 
रहम अपने बच्चों पे करदे माँ 
@मीना गुलियानी 

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