रविवार, 29 मई 2016

भजनमाला --20

मन गए ले प्रभु के गीत 
हरि से प्रीत लगा ले 
तेरा जीवन हुए सुरजीत 
हरि से प्रीत लगा ले 

माया लगन किया तुझको मगन 
तृष्णा की अगन को बढ़ाया 
जीवन भर में कपट किये तूने 
नाम प्रभु का न गाया 
जप नाम होए तब जीत 

जगत है सपना भी न अपना 
जाना यहाँ से अकेला 
तेरी जवानी है बुलबुला पानी 
दुनिया है दो दिन का मेला 
ये  जीवन न जाए बीत 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें