रविवार, 22 मई 2016

भजनमाला ------ 7

हमको तुम्हारा आसरा तुम ही हमारे ईश हो 
जिह्वा  पे तेरा नाम हो ये ही हमें आशीश दो 

सर्वेश हो सर्वेश्वर तुम हर जगह परमेशवर 
हर इक  इन्सां के अन्दर मौजूद तुम जगदीश हो 

जैसा कर्म जो कर्म कर रहा  वैसा ही फल तू दे रहा 
तेरे घर में तो रिशवत नहीं तुम तो करूणाधीश हो 

 इतनी कृपा मुझ पर करो औगुण चित्त न धरो 
चरणों में तेरे पड़ी रहूँ इतनी मुझे बख्शीश दो 
@मीना गुलियानी 

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