सोमवार, 23 मई 2016

भजनमाला ---8

राम न विसार  बन्दे राम न विसार 

खाली आना  खाली जाना धन यौवन का नहीं ठिकाना 
इसमें न  कुछ सार है बन्दे --------------राम न विसार

ये दुनिया दो दिन का मेला  न तू किसी  का न कोई तेरा 
जीवन है दिन चार ओ बन्दे --------------राम न विसार

जग में फूल खिले  रंगीले सुन्दर प्यारे और रसीले 
मत करना कोई प्यार ओ बन्दे --------राम न विसार

भूले राही सुनते जाना झूठे जग में न  भरमाना 
तेरी मंजिल उस पार है बन्दे -------------राम न विसार
@मीना गुलियानी 

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