गुरुवार, 5 मई 2016

मेरा दिल तो तेरे ही पास है

मुझे तेरे दिल का पता नहीं , मेरा दिल तो तेरे ही पास है
कहीं टूट जाए न दिल मेरा , रहता बड़ा ही उदास है

कभी भूल न जाओ ये तुम कभी हम मिले  थे बहार में
गिले शिकवे सारे भुला  दो तुम यहीं भूल जाओ प्यार में
दिल जो न तुमसे ये कह स्का उसे तेरे प्यार की प्यास है

मेरी धड़कनो में रहे सदा अब वादे सारे भुला दिए
चले साथ मेरे हम कदम फिर रिश्ते क्यों ये भुला दिए
मिला गम तो भी सर आँखों पर क्योंकि वो ही तेरे पास है

हम न भूल पाएंगे तुम कभी चाहे भूले से भी भुला दो तुम
दर्दे दिल ही पाया नसीब में तो है क्या गिला ये भुला दो तुम
मै हूँ वो शमा जो जली नहीं मेरी रौशनी तेरे पास है
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें