शनिवार, 2 जुलाई 2016

भजनमाला ---63

मेरे दाता मेरे सांई तुझे दिल ने पुकारा है 
तू ही तो एक दुनिया में दुखी दिल का सहारा है 

सुना है तुम दयालु हो दया हरदम लुटाते हो 
ये आंचल द्वार पर तेरे मेरे सांई पसारा है 

नहीं है पास मेरा मन करूँ  कैसे तेरा दर्शन 
सुना है काज भगतों का सांई तूने संवारा है 

भंवर में आ गई नैया नहीं है कोई खिवैया 
तू ही मांझी है नैया का तू ही मेरा किनारा है 

तुम्हें दुनिया चढ़ाती है सदा फूलों की मालाऐं 
मै अपना आप लाई  हूँ तेरे चरणों पे वारा है 
@मीना गुलियानी 

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