शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

भजनमाला ---------------97

अब तो कर दो दया मेरे बाबा तेरे दर पे सवाली खड़े है 
मन में लेके मुरादें है आये झोलियाँ लेके खाली पड़े है 

तूने कितनों की बिगड़ी बनाई तूने कितनो का भार  उठाया 
तूने कितनों की लाज बचाई तूने कितनो को पार लगाया 
खाली नहीँ जायेंगे अब तो सुन लो शरण तुम्हारी पड़े है 

भरते हो तुम हज़ारों के दामन बैठे है हम तो दामन बिछाए 
कभी होगी मेहर तो तुम्हारी कौन धीरज हमें ये बँधाये 
माफ़ करदो ना गलती हमारी हाथ जोड़े हम कबसे खड़े है 

हमको एक भरोसा तुम्हारा दूजा जग में न कोई हमारा 
आज मिलके पुकारें है तुमको आके दे दो हमें अब सहारा 
डगमगाने लगी अब ये किश्ती हम तो तेरे सहारे पड़े है 

गर अब न सुनोगे हमारी जग में रुसवाई होगी तुम्हारी 
आये हम तो शरण में तिहारी लाज रख लो ऐ बाबा हमारी 
आज नैया मेरी पार करदो तूने लाखों ही पार करे है 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें