शुक्रवार, 30 सितंबर 2016

माता की भेंट -----13

अब देर न कर मेरी माता, तेरा बेटा है तुझको बुलाता 
आकर विपदा दूर करो माँ , तेरी ही महिमा गाता रे 

तेरे इन भक्तन पर माता भीर पड़ी बड़ी भारी है 
आकर दुखड़े हर लो माता दर पे खड़े दुखारी हैं 
तुझ बिन माता कौन है इनका दुखड़ा आन मिटाता रे 

आजा मइया शेरों वाली जगदम्बा माँ शक्ति है 
हर पल तेरी जोत को पूजें करते तेरी भक्ति हैं 
तेरे बिना माँ कौन सुनेगा गाथा जिसे सुनाता रे 

माँ बेटे का पावन नाता तूने क्यों बिसराया है 
बेटा तेरे दर पे रोये क्यों न गले लगाया है 
रो रो के दिल तुझे पुकारे तुझको तरस न आता रे 
@मीना गुलियानी 

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