सोमवार, 19 सितंबर 2016

भजनमाला ----136

सतगुरु मेरा दीन दयाल 

हरदम है सेवक दे नाल, सेवक दा ओ रखे ख्याल 
मुश्क़िल विच बन जाए ढाल 

सतगुरु मेरा पर उपकारी, सतगुरु तो जाइये बलिहारी 
कर  देंदा है पल च निहाल 

स्वांस स्वांस तू ओनू  ध्याई , सतगुरु राखा सबनि थाई 
कट देंदा है मायाजाल 

उस दाते दे रंग न्यारे , केहड़ा उसदे हुंदया मारे 
जिसदे बस  विच रहंदा काल 

जोत  उसदी चो पैंदे लश्कारे ,चमकन सूरज चन सितारे 
हीरे मोती नीलम लाल 

पवन उसने झंवर झुलावे ,सारे देवगण आरती गांवे 
सारा गगन है बण्या थाल 
@मीना गुलियानी 

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