मंगलवार, 20 सितंबर 2016

भजनमाला -----138

देना शक्ति मुझे मेरे दाता
गाऊँ गुणगान हरदम मैं तेरा
काम दुनिया के जब भी करूँ मैं
सिमरूँ तुमको जपूँ नाम तेरा

मन में ज्ञान के ज्योति जला दो
मेरे जीवन को मधुबन बना दो
दूर हो जाएँ पथ के वो काँटे
फूल ख़ुशियों के ऐसे खिला दो
भूलूं तुझको न मैं एक पल भी
चाहे सन्ध्या हो चाहे सवेरा

चाहे जीवन में बादल घिरे हों
चाहे आशा के फूल खिले हों
चाहे सुख के दो पल मिले हों
चाहे दुःख के भँवर में घिरे हों                    
भावना से कभी दिल न उबरे
न कभी टूटे विश्वास मेरा
@मीना गुलियानी 

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