सोमवार, 15 जनवरी 2018

मित्र वही कहलाता है

जो मित्र की पीड़ा देखके
आँखों से अश्रु बहाता है
मित्र वही कहलाता है

फ़टी बिवाई सुदामा की
अश्रुजल से धुलवाता है
मित्र वही कहलाता है

जो उसके तप्त हृदय को
 स्नेह से सहलाता है
मित्र वही कहलाता है

जो आहत मन की पीड़ा को
प्रेम से अपने मिटाता है
मित्र वही कहलाता है

जिसका हृदय परपीड़ा में
तुरंत द्रवित हो जाता है
मित्र वही कहलाता है

रूखे सूखे भात छीनके
बड़े चाव से खाता है
मित्र वही कहलाता है
@मीना गुलियानी 

4 टिप्‍पणियां:

  1. Veryyyyyyyyy nice mam. Sacha mitrata hame Shri Krishna ne sikhaya hain.. hame bas seekhna hain. Jai shri Krishna.

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  2. achi kvita मित्र वही कहलाता है
    Bina kuch khe hi
    Jo smjh sbhi kuch jata hai
    मित्र वही कहलाता है

    kuch se na kehta
    jo kuch bhi
    pr sb kuch jo kr jo kr jata hai
    मित्र वही कहलाता है

    jo sukh mein rhta dor dor vh
    mitr ke dukh mein daud kr
    ata hai
    मित्र वही कहलाता है

    जो glt rastey se hta kr
    sumarg pr jo chlata hai
    मित्र वही कहलाता है

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