मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018

वजूद भी उसका वो ले गया

सफर के बीच में छोड़ा उसने
न जाने वो किधर गया
तोड़ गया वो दिल को मेरे
ग़मों के हवाले कर गया
नशा प्यार का सर पे चढ़ा था
उसका खुमार भी उतर गया
दिन ढलते ही सांझ हुई जब
सैलाब सा वो ठहर गया
सुंदर सा जो बनाया घरोंदा
तिनका तिनका बिखर गया
मुझको यकीं मेरे ख़्वाबों पर था
वजूद भी उसका वो ले गया
@मीना गुलियानी 

3 टिप्‍पणियां: