सोमवार, 29 अक्तूबर 2018

अब सुधर गए

दिल की गहराई में तुम उतर गए
सारे गिले शिकवे जाने किधर गए

तुम इस कदर समाये हो दिल में मेरे
जिस तरह कि नभ में तारे बिखर गए

मेरी हसरतें भी पूछती हैं उनसे क्या कहूँ
मेरे तो सब अरमान मुझको बिसर गए

तन्हाईयाँ पूछती नहीं तेरा पता कभी
हालात जिंदगी के जैसे अब सुधर गए
@मीना गुलियानी 

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