शनिवार, 26 जनवरी 2019

दोनों हाथ पसारे हैं

तेरी दुनिया में मैंने सुख दुःख देखे सारे हैं
उसने ही जाना तुझे जो तेरे ही सहारे है

सुख दुख दुनिया की गाड़ी को चलाते हैं
दोनों मिलकर ही अच्छा इंसान बनाते हैं
संसार की नदिया के दोनों ही किनारे हैं

दुःख न चाहे कोई सब सुख को तरसते हैं
दुःख आने पे रोते  सुख आये तो हँसते हैं
जिसने सुख पाया उसने दुःख देखे सारे हैं

कैसे तुमको मैं कहदूँ मुझको सारे सुख दे दो
ये तो तेरी मर्जी पर है जो तुम चाहो वो दे दो
मैंने तो तेरे  आगे अपने दोनों हाथ पसारे हैं
@मीना गुलियानी 

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