सोमवार, 1 अप्रैल 2019

दामन हमीं छुड़ा बैठे

तुमसे जब दिल हम लगा बैठे
सबको दुश्मन अपना बना बैठे

हर तरफ नफरतों के हैं शोले
जिनको हम कबसे हैं बुझा बैठे

तुझको पाने की एक हसरत में
खुद का हम चैन भी गंवा बैठे

इससे पहले कि बेवफा वो बने
उससे दामन हमीं छुड़ा बैठे
@मीना गुलियानी

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