शुक्रवार, 28 जून 2019

हालात बदल जायेंगे

ग़म तेरे आने से मुस्कुराहट में बदल जायेंगे
हम इस पे कायम हैं कि हालात बदल जायेंगे
@मीना गुलियानी 

हर हाल में खुश हैं

गर तूने ओढ़ाया तो लिया ओढ़ दुशाला
कंबल जो दिया तूने उसे कंधे पे संभाला
दिन रात घड़ी पहर हर हाल में खुश हैं
@मीना गुलियानी 

पहन हार

आई रजनी करने विहार
आई रजनी आँचल पसार
तारक रत्नों से सजकर
शशि किरणों का पहन हार
@मीना गुलियानी 

रहबर मिल जाए

चाहत की अँधेरी गलियों में
चलने की तमन्ना क्यों छोड़ें
आगाज़ से भटके आलम में
मुमकिन है कि रहबर मिल जाए
@मीना गुलियानी 

बुधवार, 26 जून 2019

बेबाक हुई जाती है

दिल को जाने क्यों तुझे देखने का शौक हुआ
जाने क्यों फिर मेरा आँचल इन हवाओँ ने छुआ
अब तो ये घटाएँ भी बिजलियाँ गिराती हैं

सीने में अरमां ये है कि बुला लूँ तुमको
और पलकों में बंद करके छुपा लूँ तुमको
जाने क्यों तमन्ना मेरी बेबाक हुई जाती है
@मीना गुलियानी 

शुक्रवार, 21 जून 2019

बढ़ी जा रही है

नदिया की कल कल ध्वनि आ रही है
एक मधुर संगीत की लय भा रही है
बहते झरने धरा से कुछ कह रहे हैं
चंद्रकिरणें पत्तों से छनकर आ रही है

बादल भी उमड़ घुमड़कर छाने लगे हैं
गगन के तारे भी चमक दिखाने लगे हैं
धीमे से पुरवइया कुछ गुनगुना रही है
सुनके धरा भी जिसे सकुचा रही है

मंन का मयूरा देखो कैसे इतरा  रहा है
पपीहा भी पीहू पीहू की रट लगा रहा है
मधुर मिलन की नैनो में प्यास लिए
धरती गगन की ओर बढ़ी जा रही है
@मीना गुलियानी