जब अँधेरा गहराया सोचना पड़ा रोशनी के लिए
बेचैनी दिल की बढ़ी सोचना पड़ा साथी के लिए
तूफां जब दिल में उठा तड़पना पड़ा बेखुदी के लिए
सुकूँ दिल का लुटा सोचना पड़ा दिल्लगी के लिए
कारवां मंजिल पे लुटा सोचना पड़ा हमसफर के लिए
@मीना गुलियानी
बेचैनी दिल की बढ़ी सोचना पड़ा साथी के लिए
तूफां जब दिल में उठा तड़पना पड़ा बेखुदी के लिए
सुकूँ दिल का लुटा सोचना पड़ा दिल्लगी के लिए
कारवां मंजिल पे लुटा सोचना पड़ा हमसफर के लिए
@मीना गुलियानी
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