आजकल सच और झूठ का
पता लगाना मुश्किल है
अपनी बात को सच साबित
करने में झूठ का सहारा
लेते हुए अनेकों को देखा है
सच और झूठ में अंतर भी
यदाकदा कम ही होता है
कभी लगता है इनसे परे
भी कुछ हो सकता है पर
क्या उस पर पर्दा रहता है
@मीना गुलियानी
पता लगाना मुश्किल है
अपनी बात को सच साबित
करने में झूठ का सहारा
लेते हुए अनेकों को देखा है
सच और झूठ में अंतर भी
यदाकदा कम ही होता है
कभी लगता है इनसे परे
भी कुछ हो सकता है पर
क्या उस पर पर्दा रहता है
@मीना गुलियानी
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