बुधवार, 27 नवंबर 2019

सोचा न था

सोचा न था कभी दिन ऐसे भी आयेंगे
रोती रहेँगी आँखें हँसना भूल जायेंगे
सोचा था तुम्हें पाकर ग़म भूल जायेंगे
पता न था खोके आँसुओं में डूब जायेंगे
@मीना गुलियानी 

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