रविवार, 17 नवंबर 2019

मुझे भी सिखा दो

कहाँ से सीखा यूँ बातें बनाकर
सबको लुभाना मुझे सिखा दो
कहाँ से लाए इतनी तुम अदा
जिस पर सारी दुनिया है फ़िदा
ऐसा हुनर कोई मुझे सिखा दो
चेहरे पे नूर बरसता है ऐसे
घटा से चंदा निकला हो जैसे
कैसे निखरके संवरता रूप ऐसे
कोई तरीका मुझे भी सिखा दो
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें