गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

किसी का नाम

किसी का नाम पूरी किताब बन जाता है
 नाम दिल पर अमित छाप छोड़ जाता है
नाम लेते ही भूला बिसरा याद आता है
वक्त गुज़रा पल फिर से लौटा लाता है
चाहे वो दूर हो पास में ही नज़र आता है
कितनी कहानियाँ किस्से याद आते हैं
जिंदगी भर उसे हम न भूल पाते हैं
हवा में अपनी खुशबु वो छोड़ जाता है
@मीना गुलियानी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें