शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

एक आँसू बोल पड़ा

एक आँसू ने मुझे आज
अपना दुखड़ा सुनाया
खुद भी वो रोया और
मुझे भी उसने रुलाया
सब ग़म वो चुपचाप
अपने दिल में छुपाता
पलकें बंद करके वो
सबके सामने मुस्काता
दुःख दर्द हँसके पीता था
इस तरह वो जीता था
और वो था अकेला
सबने उससे खेल खेला
पर कब तक वो सहता
इसलिए वो बोल पड़ा
@मीना गुलियानी



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