रविवार, 8 मार्च 2020

एक औरत ने

एक औरत ने मुझे जन्म दिया
पाल पोसकर बड़ा भी किया
अंगुली पकड़कर चलना सिखाया
खूब पढ़ाया खूब लिखाया
खूब गोदी में उसने खिलाया
दुलराया मुझे प्यार दिया
वो मेरी माँ प्रथम गुरु है
सदा मेरे दिल में रहती है
प्रेरित मुझे वो करती है
जब कभी भी मैं घबराऊँ
चिंता सारी वो हर लेती है
सपनों में आकर मुझको
संबल अपना वो देती है
माँ है मेरी जो धड़कन में
 सदा समाहित ही रहती है
@मीना गुलियानी

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