गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

तुम्हारी जुबाँ से गर मैं सुनूँ

तुम्हारी जुबाँ से गर मैं सुनूँ कि तुम आओगे
तो तुम्हें दिल में बिठाके बातें मैं चंद कर लूँ

दिल का हाल तुम खुद ही जान जाओगे
छोड़के मुझको बोलो कैसे अब तुम जाओगे
बच न पाओगे रास्ता जो बंद कर  लूँ

खोलूँगी न पलकें तुम लाख बुलाओ
जानती हूँ भेद तेरे अब न सताओ
आँखें चोरी चोरी खोलूँ फिर बंद कर लूँ
@मीना गुलियानी 

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