Meena's Diary
गुरुवार, 23 अप्रैल 2020
याद आता नहीं
याद आता नहीं तुझसे कभी रूठे थे हम
तुम्हारे पास रहने पर मुस्कुराते थे हम
गुनगुनाते भी थे और भूल जाते थे ग़म
@मीना गुलियानी
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