सोमवार, 6 अप्रैल 2020

जीवन एक खुली किताब है

मेरा जीवन एक खुली किताब है
इसमें भावनाओं का समुन्द्र है
सुख दुःख की लहरें मचल रही हैं
उम्मीदों की किश्ती चल रही है
आशा किरणें उजाला कर रही हैं
मैंने स्वछंद वातावरण में लिखा है
सभी व्यंजनाओं से ये मुक्त है
किसी के लिए ये प्रेरणास्त्रोत है
किसी का ये मनोरंजन करती है
इसे पढ़ने वाला किस रूप में देखे
 उसकी विचारशीलता पर निर्भर है
@मीना गुलियानी

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