बुधवार, 13 मई 2020

दावत - कहानी

नीतू आज ख़ुशी से फूली न समा रही थी क्योंकि आज ही उसकी नेट परीक्षा का रिज़ल्ट आया था जिसमें उसने 80 %अंक प्राप्त किए थे।   उसके मम्मी पापा और छोटा भाई भी बहुत खुश दिख रहा था।   उसके घर आज एक इसी ख़ुशी के मौके पर एक दावत का आयोजन किया गया था जिसमें पड़ौस के गुप्ता अंकल , बतरा अंकल और इन दोनों की फैमिली।   इसके अलावा नीतू ने अपनी दो सहेलियों को और उसके भाई ने भी अपने स्कूल के दोस्त को बुलाया था। 

सबको  7  बजे आने के लिए बोला था।   हलवाई जल्दी से आ चुके थे और सामान पकौड़े , सब्जी ,दाल का हलवा आदि बनाने की तैयारी में जुट गए।   पूरी के लिए एक हलवाई ने आटा गूँध लिया था तो दूसरा सब्जी काटने में लगा हुआ था।   उसके साथ एक बाई भी आई थी जो बर्तन साफ़ करके उनको दे रही थी।   उसने चटनी भी बना दी।   गुप्ता अंकल आंटी और उनके दोनोँ बच्चे आ गए थे।   अब थोड़ी देर में बतरा अंकल भी अपने दोनों बच्चों और पत्नी के साथ उपस्थित हो गए।   नीतू की सहेलियाँ खूब चटकीले लिबास में आई थीं।   सबकी निगाहें उनके कपड़ों पर जा रहीं थीं।   गुप्ता जी की पत्नी और बतरा जी की पत्नी दोनों में खुसर पुसर चालू हो गई।  कहने लगीँ देखो कैसी ड्रैस पहनी है नेट की कुर्ती में पूरा जिस्म दिख रहा है।   दूसरी लड़की ने पीछे कमर के हिस्से में बहुत डीप गला पहना था तो वो आपस में कहने लगीँ जमाने को तो आग लगी है।   जैसे कि कोई फिल्म की हीरोईन हो ऐसे कपड़े पहनकर आई है।   कुछ तो शर्म लिहाज आजकल के बच्चों में रह नहीं गया। बतरा आंटी ने गुप्ता आंटी  से बोला देखो तो लिपस्टिक भी गहरी लाल लगाई है लगता है जैसे नई दुल्हन है।इस तरह  उनके कमेंट सबको खुसर पुसर के बावजूद सुनाई दे रहे थे।   बच्चों ने तो आते ही चिल्लाना शुरू कर दिया धीरे से अपने पापा को बोला खाना कितनी देर में खायेंगे भूख लग रही है।   उनके पापा बोले अभी मिलेगा चुप रहो अपने दोस्तों के साथ खेलो। 

थोड़ी देर बाद खाना लगा दिया गया।   गुप्ता अंकल के बच्चे तो झपटा मारके खाने का सामान उठाने लगे।  उनको तो सब्र ही नहीं था जबकि बत्रा अंकल के बच्चे सलीके से खा रहे थे।   फिर सब खाने के बाद जाने के लिए इजाजत माँगने लगे।   इस तरह सबने मिलकर दावत खाई और खुशियाँ मनाई। नीतू को सबने मुबारक दी। 
@मीना गुलियानी 

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