ओ
चित्रकार
जरा नीचे आ
है खाली कैनवास
पुकारे तुझे मेरा मन
आ तू भर दे थोड़े से रंग
उठाले तूलिका भर मन में रंग
रंग दे मुझको पिया के रंग
सब भूल जाऊँ दुनिया
ये झूठे हैं जो रंग
कुछ न चाहूँ मैं
चाहूँ तुझको
ले चल
मुझे
@मीना गुलियानी
चित्रकार
जरा नीचे आ
है खाली कैनवास
पुकारे तुझे मेरा मन
आ तू भर दे थोड़े से रंग
उठाले तूलिका भर मन में रंग
रंग दे मुझको पिया के रंग
सब भूल जाऊँ दुनिया
ये झूठे हैं जो रंग
कुछ न चाहूँ मैं
चाहूँ तुझको
ले चल
मुझे
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें