मंगलवार, 9 जून 2020

कविता

मैं
तेरी कविता
बसी दिल में
धड़कन मैं तेरी बनकर
आओ तुम मेरी नज़्म बनकर
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें