शनिवार, 28 नवंबर 2020

वो रास्ता

वो रास्ता मेरे लिए याद रखना मुश्किल न था 

हर पगडंडी , पेड़, झरना सब जाने पहचाने थे 

धरा भी अपना रूप बदलने लगी थी हर तरफ 

हरियाली छा गई मौसम सुहाना हो गया था 

मुझे याद करना पड़ा पहली बार कब मुड़ा था  

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