बुधवार, 18 नवंबर 2020

ख़्वाब नहीं देखा

ख़्वाब नहीं देखा तबसे जबसे तुम चले गए 

ऐसी भी क्या ख़ता मुझसे हुई क्यों जुदा हुए    

@ मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें