रविवार, 20 दिसंबर 2020

चाँद तुम्हारी ख़ामोशी

चाँद तुम्हारी ख़ामोशी

 दिल पे गजब ढायेगी  

नई इबारत लिखेंगे 

नया  अफसाना कहेगी 

मन में दीप जलायेगी 

नई चेतना जगाएगी 

जीवन रोशन करेगी 

जीवन में प्रतिभा आएगी 

जीने का अंदाज़ बदलेगी 

अंतर्मन प्रकाशित करेगी 

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