शुक्रवार, 24 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-115 (Gurudev Ke Bhajan115)




थारी जय हो मेरे महाराज , वारी जाऊँ चरणा में 
चरणा में बाबा चरणा में 

घाटगेट थारो बण्यो देवरो 
थारे नौबत बाजे द्वार  वारी जाऊँ चरणा में 

भक्त जणा ने करी ध्यावना 
थांसू करी जी बाबा पुकार  वारी जाऊँ चरणा में 

घर घर थारो नाम पूजे छे 
थारी महिमा अपरम्पार  वारी जाऊँ चरणा में 

मै बाबा थारी चाकर जी 
म्हारी भी नैया उबार  वारी जाऊँ चरणा में 



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