सोमवार, 27 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-149 (Gurudev Ke Bhajan149)




तेरे दर का भिखारी आया तेरे दर का भिखारी आया

न मांगू मै सोना चांदी 
दर्शन करने आया तेरे दर का भिखारी आया

दर्शन की मुझे भिक्षा दे दो 
झोली फैला के आया तेरे दर का भिखारी आया

प्यासा हूँ तेरे दर्शन का 
प्यास मिटाने आया तेरे दर का भिखारी आया

थोड़ा सा चरणामृत दे दो 
आस पुजाने आया तेरे दर का भिखारी आया

चौरासी का फंदा काटो 
मुक्ति पाने आया तेरे दर का भिखारी आया




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