मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-156 (Gurudev Ke Bhajan156)




बाबा ली है शरण जब तेरी  तो डर क्या दुनिया का मेरे बाबा जी 

जब सिर को हथेली पे रखा 
तो दर्शन पा जायेंगे  मेरे बाबा जी 

तुझे भूल से भी न भूलें 
झुकें तेरे कदमों पर  मेरे बाबा जी 

तेरे नाम के सहारे बाबा 
कि तर जाएं सागर से  मेरे बाबा जी 

तूने सबको बाबा तारा 
उबारो हमको भी  मेरे बाबा जी 



_________________________****_____________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें